जन्म प्रमाणपत्र बनाने के नाम अवैध वसूली का आरोप
सीएचसी जलालाबाद में धड़ल्ले से हो रही 100 से 300 रुपए तक कि वसूली, ग्रामीणों का आरोप है, कि रुपए न देने पर उसका आवेदन लंबित या प्रमाण पत्र समय पर नहीं मिलता
जलालाबाद, कन्नौज। जन्म प्रमाण पत्र के बनाने के नाम पर अस्पताल में अवैध वसूली का मामला सामने आया है। तीमारदारों और लाभार्थियों का आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारी अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत से जन्म प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए खुलेआम 100 से 300 रुपये तक की वसूली कर रहे हैं। कस्वा जलालाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर लगातार अवैध वसूली की जा रही है। तीमारदारों और लाभार्थियों का आरोप है। कि अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत से कर्मचारियों द्वारा प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए खुलेआम पैसे मांगे जा रहे हैं। यह अवैध वसूली न सिर्फ नए जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में, बल्कि पुराने प्रमाण पत्रों में संसोधन करवाने के नाम पर भी हो रही है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र के कुछ कर्मचारी जन्म प्रमाण पत्र देने के बदले 100 से 300 रुपये तक की वसूली कर रहे हैं। यदि कोई पैसा न दे तो उसका आवेदन लंबित डाल दिया जाता है। या प्रमाण पत्र समय पर नहीं दिया जाता। जबकि सरकार द्वारा यह पूरी प्रक्रिया नि: शुल्क घोषित की गई है। लोगों का कहना है। कि अस्पताल के प्रभारी चिकित्साधिकारी की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है। बार- बार शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नही की गई है। मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। पीड़ितों ने प्रशासन से जांच करवा कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ मनोज कुमार से बात की तो उन्होंने कर्मचारियों को फोन पर चेतावनी देकर मामले को रफा दफा करने का आश्वासन दिया। फ़ोन के माध्यम से सूचना देने के बाबजूद कर्मी ने लाभार्थी से धन उपार्जन कर लिया। इसका मतलब है। कि इस अवैध वसूली में अस्पताल प्रशासन भी शामिल है। इसमें कर्मचारी को न तो सीएचसी अधीक्षक का और न ही जिला प्रशासन का डर है।
