मुहर्रम की यौम ए आशूरा के दिन कर्बला में ताजिये हुए सुपुर्दे खाख।
सौरिख, कन्नौज
मोहर्रम के यौम ए आशूरा के रोज़ सुबह से सबील लगाने का सिलसिला शुरू हो गया।सभी लोग पानी,रूह अफ़्ज़े का शरबत, खिचड़ा, दलिया,बिस्कुट,आदि तमाम, सबील के स्टॉल इमाम हुसैन की याद में लोगो ने लगाए।
गुड्डू नम्बरदार के दरवाजे लकड़ी का प्रोग्राम शुरू हुआ।और तमाम ताजियेदार गुड्डुनम्बरदार के दरवाजे पर इकट्ठा हुए। और भारी भीड़ के साथ ताजिये इमाम हुसैन की याद में कर्बला के लिए रवाना हुए। जगह जगह लकड़ी खेलते हुए ताजिये कर्बला पहुँचे। और नम आँखों के साथ ताजियों को कर्बला में सुपुर्द ए खाक किया गया।
जंजीर छुरी,कमा, आदि से मातम कर इमाम हुसैन से किया मोहब्बत का इज़हार
सुबह से ही मातम का सिलसिला शुरु हो गया। नौजवान,बूढ़े, बच्चे सभी मातम करते दिखाई दिए।
राजापुर व कबीरपुर के लोग मातम करते हुए बम्बा रोड से कर्बला पहुंचे।
और कर्बला में जंजीर, छुरी, व कमा का मातम कर इमाम हुसैन से मोहब्बत का इज़हार किया और लब्बैक या हुसैन के नारों से आसमान गूंज रहा था।
वही दिलदार हुसैन नक़वी ने कहा कि इमाम हुसैन से मोहब्बत ईमान का हिस्सा भी है। आज ही के दिन इमाम हुसैन ने आतंकवादी यजीद को समर्थन नही दिया और अपने साथियों की कुर्बानी देकर ये साबित कर दिया कि कितना भी बड़ा आतंकवादी क्यों न हो उसके सामने सर नही झुकाना चाहिए।
आज यजीद तो मर गया मगर हुसैन घर घर हैं।
इस मौके पर गुड्डू नम्बरदार, दीदार हुसैन,नाजिम हुसैन, निसार , इंतक़ामुल, फरहान प्रधान,,तौसीफ यूसुफ,शमसुल प्रधान,फ़िरोज़ गांधी,लल्ला बाबू,अली सगीर, आदि तमाम लोग मौजूद रहे।स्वास्थ्य सेवाए देने के लिय सीएचसी प्रभारी डा अजहर सिद्धकी के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम भी मौजूद रही है।सौरिख थाना प्रभारी दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में तमाम पुलिस अमला मौजूद रहा।
