नाबालिग वाहन चालकों की काउंसलिंग के जरिए स्कूलों में जागरूक कर रही यातायात पुलिस
छात्र- छात्राओं ने यातायात प्रभारी के सवालों के दिए जबाब
कन्नौज। उच्चाधिकारियों के निर्देशन में यातायात प्रभारी आफ़ाक़ खां द्वारा लगातार स्कूलों में नाबालिग वाहन चालकों को काउंसलिंग के जरिए वाहन न चलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
शुक्रवार को शहर के पुलिस लाइन रोड स्थित कानपुर पब्लिक स्कूल में यातायात प्रभारी अपनी टीम के साथ पहुंचे। जहां छात्र एवं छात्राओं को यातायात नियमों की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। प्रभारी द्वारा छात्र-छात्राओं से यातायात नियम संबंधित रोचक सवाल किए गए। कौन सा ऐसा वाहन है। जिसको चलाने के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती, आपातकालीन वाहन कितने प्रकार के होते हैं, आपातकालीन वाहनों में सबसे महत्वपूर्ण स्थान किस वाहन का है, दो पहिया वाहनों में तीसरे व्यक्ति के बैठने पर चालान क्यों कर दिया जाता है। छात्र- छात्राओं ने यातायात प्रभारी के सवालों के जबाब में बताया कि जिन वाहनों की अधिकतम गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। उन वाहनों को चलाने के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं पड़ती है।, आपातकालीन वाहन तीन प्रकार के होते हैं। फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और पुलिस के वाहन, इनमें सबसे महत्वपूर्ण स्थान फायर ब्रिगेड का होता है। दो पहिया वाहनों में दो व्यक्तियों के बैठने के लिए ही सुरक्षा उपकरण लगाए जाते हैं। छात्र- छात्राओं के जबाब देने पर एसपी के निर्देशन में यातायात प्रभारी द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया। यातायात प्रभारी ने बताया गया कि पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद द्वारा यातायात पुलिस में नियुक्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को धूप और बारिश से बचने के लिए गॉगल्स (चश्मे) और रेनकोट प्रदान कराए किए गए।