ऑलइंडिया पर्सनल बोर्ड के सचिव का सौरिख में हुआ स्वागत ।
सौरिख कन्नौज
लखनऊ से आए मौलाना जनाब यासूब अब्बास साहब आल इंडिया पर्सनल वोर्ड के सचिव का एक्सप्रेस बे सौरिख कट पर मोहर्रम कमेटी अध्यक्ष अली अब्बास के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने स्वागत किया उसके बाद मौलाना साहब अली अब्बास के घर पहुंचे और उन्होंने वहां इमामबाड़े पर मजलिस को खिताब फरमाया उन्होंने कहा कि मोहर्रम ग़म का महीना होने के साथ साथ ज़ालिम और मजलूम में फर्क बताने का महीना भी है इस माह में हज़रत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन अ०स०ने इस्लाम और इंसानियत की हिफाजत के लिऐ ज़ालिम और जाबिर यजीद से कर्बला के मैदान में जंग करके बहत्तर साथियों के साथ शहादत पेश की और पूरी दुनिया को यह पैगाम दिया की ज़ालिम कितना भी ताकतवर क्यों न हो अगर तुम हक़ पर हो तो बड़ी से बड़ी ताकत से लड़ जाओ जीत हक की ही होती है।मोहर्रम में दो महीने आठ दिन शिया समुदाय के साथ साथ हिंदू ,मुस्लिम,सिख,ईसाई ब हर मज़हब के लोग हजरत इमाम हुसैन की शहादत का ग़म मनाते हैं ,जिससे यह साबित होता है की इमाम हुसैन किसी एक विशेष धर्म के नही बल्कि पूरी इंसानियत के रहबर है।यही मोहर्रम, इमाम हुसैन और इस्लाम का पैग़ाम है इस मौके पर मोहर्रम कमेटी अध्यक्ष अली अब्बास,तौसीफ यूसुफ, इंतजार अली, बिलाल अली, गुलाम साबिर, मेहराज खान,शिब्बू गांधी, शमशुल प्रधान,हैदर अब्बास, जफर अब्बास, शोएब अब्बास, शमशुल हसन,जावेद अनवर, अनवार हैदर, तेहजूबुल हसन, कदीर अली, माजिद अली