सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ 14 सूत्रीय ज्ञापन: भाकियू(टिकैत)
प्रदेश सरकार के द्वारा किए हुए वादा को पूरा न करने पर शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) गुट के जिलाध्यक्ष ने 14 मुख्य मांगो को लेकर मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन अपर जिला अधिकारी को दिया हैं।इसके साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए आंदोलन पुनः शुरू करने की बात कही हैं।
जनपद कन्नौज में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी ने किसान हित के लिए अपनी मुख्य चौदह मांगो को लेकर एडीएम आशीष कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा हैं।इस दौरान उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा है कि देश की आर्थिक स्थिति को हमेशा मजबूत करने और खाद्यान्न स्तिथि को सुधारने के लिए सबसे मजबूत कोई आधार है तो सिर्फ वह कृषि ही हैं।भारत एक कृषि प्रधान देश कहा जाता हैं।लेकिन वर्तमान स्थित और आने वाला भविष्य भारत के कृषकों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा हैं। इसी क्रम में उन्होंने अपनी मांगों को बताते हुए कहा है कि
क्या है प्रमुख मांगे
योगी सरकार ने किसानों से सिंचाई की मुफ्त बिजली का वायदा किया,जिसकी घोषणा बजट करते हुए भी की गई।परंतु अभी किसानों को सिंचाई हेतु बिजली मुफ्त नहीं मिली।गन्ने के पेराई सत्र को शुरू हुए दो माह से अधिक समय हो गया हैं लेकिन गन्ने का कोई भाव नहीं घोषित किया गया।निजी नलकूपों में मीटर लगवाने की प्रक्रिया पर सरकार रोक लगाए।
कई चीनी मिलों पर करोड़ों रुपए का बाकी का भुगतान कराया जाए।
छुट्टा पशुओं से परेशान किसान के लिए गांव स्तर पर पशु शालाएं बनवाई जाए।एमएसपी गारंटी कानून बनाने के मामले में केंद्र सरकार पहले करे।देश में अलग से एक किसान आयोग का गठन किया जाए।
लखीमपुर कांड के दोषी को कड़ी सजा दी जाए और मंत्री अजय टेनी को बर्खास्त किया जाए।
इसके साथ ही भारत सरकार बीज संरक्षण के लिए सार्वजनिक ट्रेनिंग सेंटर खोले और वहां पर किसानों को बीज के बारे जानकारी दी जाए।