संतोष तिवारी मिरगावां कन्नौज। “लालच बुरी बला है” कहाबत सबने सुनी लेकिन गुरुवार को आंखों से देखने को मिल गई। जिसमे एक बिल्ली स्वयं तो परेशान हुई ही घरवालों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ी। गुरुवार को देर रात लगभग साढ़े आठ बजे एक हृष्ट पुष्ट बिल्ली ने मिरगावां में आशुतोष के रसोई घर में रखे लोटे के दूध को सबकी नजर बचा कर पीना शुरू कर दिया।दूध को पूरा चाट कर पीने के लालच में बिल्ली की गर्दन लोटे में फंस गई।लोटे को न निकाल पाने के चलते जहां बिल्ली को जान बचाना मुश्किल हुआ वहीं घर के सदस्य बिल्ली की गर्दन से लोटा निकालते समय उसके मरने की आशंका से उसको पकड़ कर छोड़ रहे थे। गृहणी भावना सहित कई लोगों ने बताया की किसी के हाथ से बिल्ली मरने पर सोने की बिल्ली बनवा कर दान करनी होगी।आखिर घर के एक सदस्य राम जी हिम्मत कर बिल्ली को पकड़ कर काफी मशक्कत करते हुए थोड़ा थोड़ा गर्दन से खीच कर लगभग बीस मिनट बाद लोटा निकालने में कामयाब हो सके। लोटा निकलते ही बिल्ली राहत महसूस कर बाहर भाग गई। अधिक लालच जान के लिए खतरा पैदा कर सकता। हम सभी को लालच से बचना चाहिए।