विकसित भारत संकल्प यात्रा से मिल रहा योजनाओं का लाभ, सांसद ने किया लाभार्थियों से संवाद
हिमांशु तिवारी
कन्नौज। जिले भर में विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जगह जगह पर जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभर्थियो का सम्मान किया जा रहा हैं।इस दौरान योजना से जुड़ी जानकारी भी जनता से सीधे संवाद कर जानकारी दी जा रही हैं।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कन्नौज लोकसभा सांसद को बुलाया गया। यहां उन्होंने सभी योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की हैं। गुरुवार को जिले के सदर तहसील क्षेत्र के डाक बंगला रोड निकट विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बतौर कन्नौज लोकसभा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक पहुंचे। यहां उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद जनता को संबोधित करते हुए सरकार को जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया।इतना ही वहा योजनाओं के लाभार्थियों से भी अवगत कराया। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन हो रहा हैं गांव गांव।आज ये शहरी क्षेत्र में आई हैं।शहर में आने पर इसका नगर वासियों ने इसका जोरदार स्वागत किया हैं।इसके साथ ही इस कार्यक्रम में मोदी को गारंटी वाली गाड़ी भी निकाली गई हैं। बेबी मकरंदनगर स्थित कुतलुपुर निवासी ने कार्यक्रम के सरकार द्वारा दी हुई योजनाओं का बखान करते हुए बताया है कि उनको प्रधानमंत्री आवास और उज्जवला गैस समेत राशन का लाभ मिला हैं। शिल्पी मकरंद नगर स्तिथ कुतलूपुर निवासी लाभार्थी ने बताया है कि उनको सरकार की ओर से उज्जवला गैस लाभ मिला हैं।
एनसीपी विधायक के राम मांस खाने वाले बयान पर भाजपा सांसद ने किया पलटवार
एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड के भगवान राम को मांसाहारी कहने पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने माफी मांग ली हैं।लेकिन इस बयान से सियासत एक बार फिर से गरमा गई हैं।इसका पलटवार करते हुए कन्नौज लोकसभा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कहा है कि देखो जिस प्रकार के ये बयान दिए जा रहे हैं।विशेष वोट को संतुष्ट करने के लिए दिए जा रहे हैं। आखिरकार इन सब चीजों का कोई अर्थ नहीं हैं।लेकिन इस तरह की टिप्पणी करना।खासतौर पर हमारे ईश्वर को,हमारे खासकर हिंदू संस्कृति के लोगों को, हमारे धर्म प्रतीकों को, हमारे धर्म ग्रंथों को।क्या इनकी हैसियत है कि कभी ये मोहम्मद साहब से पूछ सकते है क्या खाते थे क्या पहनते थे।ये पूछ सकते है इसामसीह के लिए वो क्या खाते थे ,क्या पहनते थे, कभी नहीं पूछ सकते हैं। क्योंकि कोई पूछेगा तो कोई आएगा तो सिर काट के ले जायेगा। हिंदू राजनीति के कारण निशाना बन रहा हैं।कुल मिलाकर जनता सब देख रही हैं। हम लोग सिर नहीं काट पाते है लेकिन बटन इतनी तेज दबाते है कि लोगों की चीखें निकल जाती हैं। अभी पिछले तीन राज्यों में देखा ही होगा।